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देश में कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन से यूनिलीवर के भारतीय कारोबार की बिक्री प्रभावित हुई। लेकिन अब उसका कारोबार फिर से विकास की राह पर लौट आया है। ब्रिटिश-डच कंपनी यूनिलीवर ने यह जानकारी दी। ब्राजील के साथ भारतीय कारोबार में वृद्धि की वापसी और चीन के बाजार में निरंतर सुधार ने कंपनी के उभरते बाजारों के कारोबार को बढ़ाने में मदद की है।
सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही में कंपनी के इस क्षेत्र के कारोबार ने 5.3 फीसदी की वृद्धि हासिल की। परिणाम जारी करने के बाद कंपनी ने एक बयान में कहा, 'भारत के व्यापार में कम यानी एकल अंक में वृद्धि हुई जिसका कारण खाद्य एवं जलपान और स्वच्छता कारोबार में वृद्धि होना है। इसके साथ-साथ चीन में निरंतर सौंदर्य एवं व्यक्तिगत देखभाल श्रेणियों की अगुवाई में कारोबार बढ़ने से दोहरे अंकों में वृद्धि हुई है तथा वहां घर के बाहर खाना सेवा का कारोबार पूरी क्षमता से चलने लगा है।'
जुलाई-सितंबर तिमाही में किया 12.9 अरब यूरो का कारोबार
यूनिलीवर ने कहा कि साल के शुरुआत में लागू किए गए कड़े लॉकडाउन के बाद, भारत के आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है, हालांकि कोविड-19 के मामले अभी भी लगातार बढ़ रहे हैं। कुल मिलाकर यूनिलीवर ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 12.9 अरब यूरो का कारोबार किया है, जो कि 2019 की समान अवधि की तुलना में 2.4 फीसदी कम है।
परिणामों पर टिप्पणी करते हुए, यूनिलीवर के सीईओ एलन जोप ने कहा कि, 'हमने इस तिमाही में एक मजबूत प्रदर्शन किया है। उत्पादों की मात्रा की अगुवाई में होने वाली वृद्धि, उपभोक्ता खंड, भौगोलिक और चैनलों के बदलते स्वरूप के जवाब में हमारे पोर्टफोलियो एवं हमारी गतिशीलता की जिजीविषा को प्रदर्शित करता है।'
8.6 फीसदी बढ़ा एचयूएल का शुद्ध लाभ
इससे पहले मंगलवार को यूनिलीवर की भारतीय सहायक कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के परिणामों की घोषणा की, जो मांग में सुधार के संकेत देते हुए उम्मीद से कहीं बेहतर शुद्ध मुनाफा एवं राजस्व में वृद्धि को दर्शाते हैं। कंपनी ने नियामकीय सूचना में कहा था कि जुलाई-सितंबर में एचयूएल का समेकित शुद्ध लाभ 8.6 फीसदी बढ़कर 1,974 करोड़ रुपये हो गया, जबकि उत्पादों की बिक्री से राजस्व 13.7 फीसदी बढ़कर 11,510 करोड़ रुपये हो गया। यूनिलीवर जनवरी-दिसंबर वित्तीय वर्ष का अनुसरण करता है, जबकि एचयूएल अप्रैल-मार्च वित्तीय चक्र का अनुसरण करता है।
देश में कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन से यूनिलीवर के भारतीय कारोबार की बिक्री प्रभावित हुई। लेकिन अब उसका कारोबार फिर से विकास की राह पर लौट आया है। ब्रिटिश-डच कंपनी यूनिलीवर ने यह जानकारी दी। ब्राजील के साथ भारतीय कारोबार में वृद्धि की वापसी और चीन के बाजार में निरंतर सुधार ने कंपनी के उभरते बाजारों के कारोबार को बढ़ाने में मदद की है।
सितंबर 2020 को समाप्त तिमाही में कंपनी के इस क्षेत्र के कारोबार ने 5.3 फीसदी की वृद्धि हासिल की। परिणाम जारी करने के बाद कंपनी ने एक बयान में कहा, 'भारत के व्यापार में कम यानी एकल अंक में वृद्धि हुई जिसका कारण खाद्य एवं जलपान और स्वच्छता कारोबार में वृद्धि होना है। इसके साथ-साथ चीन में निरंतर सौंदर्य एवं व्यक्तिगत देखभाल श्रेणियों की अगुवाई में कारोबार बढ़ने से दोहरे अंकों में वृद्धि हुई है तथा वहां घर के बाहर खाना सेवा का कारोबार पूरी क्षमता से चलने लगा है।'
जुलाई-सितंबर तिमाही में किया 12.9 अरब यूरो का कारोबार
यूनिलीवर ने कहा कि साल के शुरुआत में लागू किए गए कड़े लॉकडाउन के बाद, भारत के आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है, हालांकि कोविड-19 के मामले अभी भी लगातार बढ़ रहे हैं। कुल मिलाकर यूनिलीवर ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 12.9 अरब यूरो का कारोबार किया है, जो कि 2019 की समान अवधि की तुलना में 2.4 फीसदी कम है।
परिणामों पर टिप्पणी करते हुए, यूनिलीवर के सीईओ एलन जोप ने कहा कि, 'हमने इस तिमाही में एक मजबूत प्रदर्शन किया है। उत्पादों की मात्रा की अगुवाई में होने वाली वृद्धि, उपभोक्ता खंड, भौगोलिक और चैनलों के बदलते स्वरूप के जवाब में हमारे पोर्टफोलियो एवं हमारी गतिशीलता की जिजीविषा को प्रदर्शित करता है।'
8.6 फीसदी बढ़ा एचयूएल का शुद्ध लाभ
इससे पहले मंगलवार को यूनिलीवर की भारतीय सहायक कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के परिणामों की घोषणा की, जो मांग में सुधार के संकेत देते हुए उम्मीद से कहीं बेहतर शुद्ध मुनाफा एवं राजस्व में वृद्धि को दर्शाते हैं। कंपनी ने नियामकीय सूचना में कहा था कि जुलाई-सितंबर में एचयूएल का समेकित शुद्ध लाभ 8.6 फीसदी बढ़कर 1,974 करोड़ रुपये हो गया, जबकि उत्पादों की बिक्री से राजस्व 13.7 फीसदी बढ़कर 11,510 करोड़ रुपये हो गया। यूनिलीवर जनवरी-दिसंबर वित्तीय वर्ष का अनुसरण करता है, जबकि एचयूएल अप्रैल-मार्च वित्तीय चक्र का अनुसरण करता है।