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स्टार्टअप 20 भारत की ओर से जी 20 अभियान के तहत एक इनोवेशन है क्याोंकि पीएम नरेंद्र मोदी का विश्वास है कि दुनिया को डिजिटाइजेशन, युवा ऊर्जा, गतिशीलता और तकनीकी छलांग की जरूरत है। इसलिए पहली बार स्टार्टअप 20 की बैठक शुरू हुई। यह बैठक हैदराबाद में 28 और 29 जनवरी तक चलेगी। जी 20 शेरपा अमिताभ कांत ने शनिवार को बैठक शुरू होने के दौरान ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा, “हमने भारत में स्टार्टअप, निवेशकों, निजी इक्विटी फंडों और उद्यम पूंजीपतियों की बहुत अच्छी उपस्थिति देखी है। वे स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने, वित्तीय संसाधनों के अधिक प्रवाह को सुनिश्चित करने और स्टार्टअप्स के सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए क्या कर सकते हैं इस पर बैठक के दौरान चर्चा की जाएगी।
हैदराबाद में बैठक के की शुरुआत के दौरान जी20 शेरपा ने कहा कि बैठक के दौरान भारतीय डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर भी चर्चा की जाएगी। इस दौरान भारत कैसे डिजिटल पहचान, डेटा सशक्तिकरण, बैंक खातों का उपयोग करने में सक्षम हुआ इस पर मंथन किया जाएगा। उन्होंने कहा हमने कोविन, फास्टैग और डिजीलॉकर जैसी सुविधाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया है और इससे दुनिया बहुत कुछ सीख सकता है।
अमिताभ कांत ने कहा, “हमने संयुक्त राज्य अमेरिका के बिग टेक मॉडल और यूरोप के जीडीपीआर मॉडल को देखा है। भारत में हमने एक वैकल्पिक मॉडल विकसित किया है जो कि हमें लगता है कि काफी अलग है क्योंकि इसमें डेटा स्वामित्व स्वयं नागरिकों के पास है।”
G20 फर्स्ट इनसेप्शन मीट के उद्घाटन सत्र में अमिताभ कांत G20 शेरपा ने कहा- पहले भारत में बैंक खाता खोलने में 8-9 महीने लगते थे, जबकि आज बायोमेट्रिक्स का उपयोग करके यह एक मिनट के भीतर संभव है। पिछले 4 वर्षों से, हम अमेरिका, यूरोप और चीन की तुलना में अधिक तेजी से भुगतान करते हैं। आज के स्टार्टअप भारत और दुनिया के लिए 1 अरब लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि उत्पादकता आदि की समस्याओं को हल कर रहे हैं।
जी 20 फर्स्ट इनसेप्शन मीट के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा-आज भारत में स्टार्टअप्स की संख्या दुनिया में तीसरे नंबर पर है। हमारे युवा जॉब होल्डर के बजाय जॉब क्रिएटर बनना चाहते हैं। भारतीय स्टार्टअप्स की सफलता हमारे युवाओं के जुनून को दर्शाती है।