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Hindenburg replies to Adani's 413-page response: Fraud cannot be obfuscated by nationalism
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Adani: अदाणी के 413 पन्नों के जवाब में हिंडनबर्ग ने फिर किया पलटवार, बोले- राष्ट्रवाद से धोखा नहीं छिपेगा
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: विवेक दास
Updated Mon, 30 Jan 2023 10:38 AM IST
सार
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Adani-Hindenberg Row: अदाणी समूह की ओर से दिए गए जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने कहा कि वह मानता है कि कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र और एक रोमांचक भविष्य के साथ एक उभरती हुई महाशक्ति है, पर यह अदाणी समूह है जो इसके विकास की गाथा को बाधित कर रहा है।
अदाणी ग्रुप के संबंध में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद बाजार में भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रिपोर्ट के असर से अदाणी समूह के शेयर 20-25 प्रतिशत तक टूटे हैं। अदाणी ने रिपोर्ट के बाद 413 पन्नों में अपनी प्रतिक्रिया दी। अब हिंडनबर्ग ने अदाणी के जवाब के बाद एक बार फिर पलटवार किया है।
हिंडनबर्ग का तर्क- अदाणी के जवाब निष्कर्षों की पुष्टि नहीं करते
हिंडनबर्ग ने कहा है कि अदाणी समूह ने जितने भी सवालों के जवाब दिए वे बड़े पैमाने पर निष्कर्षों की पुष्टि नहीं करते। सवालों से बचने की कोशिश की गई है। हिंडनबर्ग ने कहा है कि राष्ट्रवाद की आड़ में धोखे से नहीं बचा जा सकता है। अदाणी समूह ने अपने जवाब में कहा है कि ये भारत देश, उसके संस्थान और विकास की कहानी पर सोच-समझकर किया गया हमला है। बता दें कि हिंडनबर्ग ने 106 पन्नों की एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें अदाणी समूह में कई गंभीर अनियमितताओं के दावे किए गए थे।
हिंडनबर्ग ने माना- भारत एक जीवंत लोकतंत्र इसमें कोई शक नहीं
अदाणी समूह की ओर से दिए गए जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने कहा कि वह मानता है कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र और एक रोमांचक भविष्य के साथ एक उभरती हुई महाशक्ति है, पर यह अदाणी समूह है जो इसके विकास की गाथा को बाधित कर रहा है। हिंडनबर्ग ने अदाणी समूह के इस आरोप को भी खारिज कर दिया है कि उसकी रिपोर्ट भारत पर हमला है। हिंडनबर्ग ने कहा है कि ‘धोखाधड़ी’ को राष्ट्रवाद या उसमें लिपटी प्रतिक्रिया से प्रभावित नहीं किया जा सकता है। अदाणी की ओर से दिए गए जवाब में प्रमुख आरोपों की अनदेखी की गई है।
अदाणी समूह का दावा- ग्रुप को बदनाम करने के लिए गलत सूचनाओं का उपयोग
इससे पहले अदाणी समूह ने रविवार को हिंडनबर्ग की ओर से रिपोर्ट में उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, “यह बहुत चिंता की बात है कि बिना किसी विश्वसनीयता या नैतिकता के हजारों मील दूर बैठी एक संस्था हमारे निवेशकों पर गंभीर और प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।” अदाणी समूह की ओर से यह भी कहा गया है कि हिंडनबर्ग ने यह रिपोर्ट ऐसे समय पर जारी की है जब देश के सबसे बड़े एफपीओ की घोषणा की गई। अदाणी समूह ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट तैयार करने के लिए सही ढंग से रिसर्च नहीं की गई है, ना ही यह रिपोर्ट स्वतंत्र है। हिंडनबर्ग ने गलत सूचनाओं का उपयोग अदाणी समूह को बदनाम करने के लिए किया है।
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