लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

विज्ञापन
Hindi News ›   Business ›   Business Diary ›   Adani Group planning to enter telecom spectrum race

Adani Group: दूरसंचार स्पेक्ट्रम पर अदाणी समूह भी लगाएगा दांव, जियो और एयरटेल से मिलेगी टक्कर

पीटीआई, नई दिल्ली Published by: Jeet Kumar Updated Sat, 09 Jul 2022 12:12 AM IST
सार

सूत्रों के मुताबिक जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा जिसने नीलामी में चौथा आवेदन किया है वह अदाणी समूह है।

Adani Group planning to enter telecom spectrum race
गौतम अडानी, मुकेश अंबानी, सुनील भारती मित्तल - फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार

देश के दिग्गज कारोबारी गौतम अदाणी का समूह अब दूरसंचार क्षेत्र में भी पैर रखने वाला है। सूत्रों के मुताबिक अदाणी समूह दूरसंचार स्पेक्ट्रम हासिल करने की दौड़ में शामिल होने की योजना बना रहा है। वहीं इसका मुकाबला सीधे तौर पर मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो और दूरसंचार दिग्गज सुनील भारती मित्तल के एयरटेल से होगा।



पांचवीं पीढ़ी की 5जी दूरसंचार सेवाएं जैसे अल्ट्रा-हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने में सक्षम एयरवेव की 26 जुलाई की नीलामी चार आवेदन के साथ बंद कर दी गई। सूत्रों ने बताया कि जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा जिसने नीलामी में चौथा आवेदन किया है वह अदाणी समूह है। सूत्रों में ने कहा कि अदाणी समूह ने हाल ही में नेशनल लंबी दूरी (एनएलडी) और अंतरराष्ट्रीय लंबी दूरी (आईएलडी) लाइसेंस प्राप्त किया था।


आवेदकों के स्वामित्व का विवरण 12 जुलाई को प्रकाशित होगा
हालांकि स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। अदाणी समूह को किए गए ईमेल और फोन कॉल का कोई जवाब नहीं मिला है। नीलामी की समय-सीमा के अनुसार, आवेदकों के स्वामित्व का विवरण 12 जुलाई को प्रकाशित किया जाना है। 26 जुलाई, 2022 से शुरू होने वाली नीलामी के दौरान कम से कम 4.3 लाख करोड़ रुपये के कुल 72,097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को ब्लॉक पर रखा जाएगा।

नीलामी विभिन्न निम्न (600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज), मध्य (3300 मेगाहर्ट्ज) और उच्च (26 गीगाहर्ट्ज़) आवृत्ति बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए आयोजित की जाएगी।

अब होगा आमना-सामना
मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी गुजरात के रहने वाले हैं जो कि देश के बड़े व्यापारिक समूह हैं। लेकिन किसी व्यवसाय में दोनों का सीधा सामना नहीं हुआ। अंबानी ने तेल और पेट्रोकेमिकल व्यवसाय से लेकर दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र में विस्तार किया है तो वहीं अदाणी समूह ने बंदरगाह खंड से कोयला, ऊर्जा वितरण और विमानन क्षेत्र में विस्तार किया है।

लेकिन अब दोनों का आमना-सामना तय है। क्योंकि अदाणी ने हाल ही में पेट्रोकेमिकल्स में प्रवेश के लिए एक सहायक कंपनी की स्थापना की है। पेट्रोकेमिकल्स का व्यवसाय एक तरह से अंबानी का पुश्तैनी काम है जो अंबानी के पिता धीरूभाई ने पहले शुरू किया था।
विज्ञापन

अंबानी-अदाणी के बीच पहली सीधी प्रतिस्पर्धा
अंबानी ने भी सौर पैनलों, बैटरी, हरित हाइड्रोजन सहित नए ऊर्जा व्यवसाय के लिए बहु-अरब डॉलर की योजनाओं की घोषणा की। तो वहीं  अडानी ने 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा अक्षय ऊर्जा उत्पादक बनने की योजना की घोषणा की थी साथ हाइड्रोजन उत्पादन का भी खुलासा किया था। और अब, अगर अदाणी समूह 26 जुलाई को 5जी नीलामी में हिस्सा लेता है, तो यह अंबानी के साथ पहली सीधी प्रतिस्पर्धा होगी।

विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें कारोबार समाचार और Budget 2022 से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। कारोबार जगत की अन्य खबरें जैसे पर्सनल फाइनेंस, लाइव प्रॉपर्टी न्यूज़, लेटेस्ट बैंकिंग बीमा इन हिंदी, ऑनलाइन मार्केट न्यूज़, लेटेस्ट कॉरपोरेट समाचार और बाज़ार आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Election

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed