न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: Amit Mandal
Updated Wed, 07 Apr 2021 04:24 AM IST
लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के इकलौते विधायक राज कुमार सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में मंगलवार को शामिल हो गए। बिहार विधानसभा के प्रभारी सचिव भूदेव राय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोजपा विधायक दल के एक मात्र सदस्य राज कुमार सिंह ने पांच अप्रैल को जदयू विधायक दल में शामिल होने का निर्णय लिया एवं तत्संबंधी सूचना बिहार विधानसभा सचिवालय को दी ।
मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से लोजपा विधायक रहे राज कुमार सिंह ने स्वयं बिहार विधानसभा के अध्यक्ष के समक्ष उपस्थित होकर इस निर्णय के आलोक में जदयू विधायक दल के सदस्य के रुप में मान्यता देने का अनुरोध किया ।
पिछले विधानसभा चुनाव में राज कुमार सिंह बेगूसराय के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से लोकजनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे और विजयी हुए थे।
अपनी पार्टी के एक मात्र विधायक के जदयू में शामिल हो जाने पर लोजपा के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने राजकुमार सिंह पर सत्ता लोभी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले से ही उनका आचरण शक के दायरे में था और पार्टी के कामों में रुचि ना लेकर बिहार विधानसभा में उपाध्यक्ष के चुनाव में जदयू के पक्ष मे वोट देने पर पार्टी द्वारा उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था जिसके बाद सिंह भाग खड़े हुए ।
लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के इकलौते विधायक राज कुमार सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में मंगलवार को शामिल हो गए। बिहार विधानसभा के प्रभारी सचिव भूदेव राय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोजपा विधायक दल के एक मात्र सदस्य राज कुमार सिंह ने पांच अप्रैल को जदयू विधायक दल में शामिल होने का निर्णय लिया एवं तत्संबंधी सूचना बिहार विधानसभा सचिवालय को दी ।
मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से लोजपा विधायक रहे राज कुमार सिंह ने स्वयं बिहार विधानसभा के अध्यक्ष के समक्ष उपस्थित होकर इस निर्णय के आलोक में जदयू विधायक दल के सदस्य के रुप में मान्यता देने का अनुरोध किया ।
पिछले विधानसभा चुनाव में राज कुमार सिंह बेगूसराय के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से लोकजनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे और विजयी हुए थे।
अपनी पार्टी के एक मात्र विधायक के जदयू में शामिल हो जाने पर लोजपा के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने राजकुमार सिंह पर सत्ता लोभी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले से ही उनका आचरण शक के दायरे में था और पार्टी के कामों में रुचि ना लेकर बिहार विधानसभा में उपाध्यक्ष के चुनाव में जदयू के पक्ष मे वोट देने पर पार्टी द्वारा उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था जिसके बाद सिंह भाग खड़े हुए ।