झांसी। थाना कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले एक सरकारी वकील के मोबाइल पर सुप्रीमकोर्ट के न्यायाधीश बनकर एक व्यक्ति ने मेसेज भेजकर धमकाने का मामला सामने आया है। कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी संतोष कुमार दोहरे थाना कोतवाली क्षेत्र के नालंदा कॉलोनी में रहते हैं। 6 नवंबर की शाम करीब 5 से रात 9 बजे के बीच उनके मोबाइल पर सुप्रीमकोर्ट के न्यायाधीश के नाम से धमकी भरे चार मेसेज भेजे गए। इसमें उनको देखते ही गोली मारने की धमकी दी गई। मेसेज में यह भी जिक्र किया गया कि अधिवक्ता संतोष दोहरे के पिता व परिजनों ने जज के साथ अभद्रता की है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके पिता वृद्ध हैं। ऐसे में धमकाने की बात ही नहीं बनती। अधिवक्ता ने बताया कि कॉलोनी में रहने वाला एक व्यक्ति उनसे खुन्नस रखता है और इसी के चलते उनको धमकी दी गई। मामले की पड़ताल के लिए अधिवक्ता ने न्यायाधीश से पत्राचार कर प्रकरण की जानकारी की। जहां जज ने भी धमकी देने व मामले से इंकार कर दिया। तहरीर मिलने के बाद कोतवाली पुलिस ने पीके रावत व एक अज्ञात साथी पर एफआईआर दर्ज कर शुरू कर दी है।