बाढ़ के पानी से घिरी दर्जनों झोपड़ियां और मकान
गाजीपुर। सदर कोतवाली क्षेत्र के जैतपुरा गांव के गंगबरार में बुधवार को बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इससे दर्जनों झोपड़ियों के साथ ही पक्के मकान घिर गए। इनमें रहने वाले लोग कमर भर पानी के बीच से आवागमन कर रहे हैं। गंगा के रौद्र रूप को देख लोग मकानों को खाली करने और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर लाने की तैयारी में जुट गए हैं। पीड़ितों ने बताया कि जलस्तर में थोड़ी और बढोत्तरी हुई तो नाव का सहारा लेेना पड़ेगा।
गंगा के जलस्तर में बढ़ाव का क्रम जारी है। पानी तेजी से आबादी की तरफ बढ़ रहा है। सोमवार की देर शाम जैतपुरा गांव के गंगबरार क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुस गया। वृद्धि होने से बुधवार को कमर भर पानी भर गया, जिससे करीब सौ से ऊपर झोपड़ियां और लगभग 20 पक्के मकान पानी से घिर गए। इन मकानों और झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। चारा पानी में डूबने से मवेशियों का पेट भरने का संकट खड़ा हो गया है। लोग पानी में के बीच से आने-जाने को विवश हैं। छोटे-छोटे बच्चे घरों और झोपड़ियों में फंसे हुए हैं। गंगा के रौद्र रूप को देख पीड़ित मकानों को खोली करने की तैयारी करने लगे हैं। पीड़ितों ने बताया कि बाढ़ की वजह से तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा भय इस बात का सता रहा है कि यदि रात में किसी की तबियत खराब हो गई तो उसे लेकर पानी के बीच से कैसे पार होंगे। गंगा के रूप को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अभी पानी और बढ़ेगा। यदि जलस्तर में थोड़ी सी और बढ़ोत्तरी हुई तो हम लोग नाव के सहारे सामानों को निकाल कर घरों को खाली करना प्रारंभ करेंगे। मवेशियों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर लाएंगे। मवेशियों का चारा भी पूरी तरह से पानी में डूब गया गया। इधर-उधर से चारा की व्यवस्था कर मवेशियों का पेट भरा जा रहा है। गांव के जितेंद्र पांडेय ने बताया मंगलवार को लेखपाल जावेद अहमद आए थे और प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया था, लेकिन अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी या जनप्रतिनिधि नहीं आया। फंसे लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर आने की तैयारी में लग गए हैं।