48 घंटे तक कोरोना से बचाएगा नाक में छिड़कने वाला एंटी-कोविड स्प्रे, ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने किया दावा
लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sun, 22 Nov 2020 07:46 PM IST
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कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बाजार में बहुत जल्द ही एंटी-कोविड नेजल स्प्रे बाजार में उपलब्ध कराया जा सकता है। इस स्प्रे की मदद से नाक तक ऐसी दवा पहुंचाई जाएगी, जो 48 घंटे तक इंसान को कोरोना के संक्रमण से बचाएगी। इस स्प्रें में खास तरह के केमिकल का प्रयोग किया गया है, जो कोरोना को शरीर की कोशिकाओं से जुड़ने की क्षमता को कमजोर करता है।
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दरअसल, इस खास एंटी-कोविड स्प्रे पर ब्रिटेन की बर्मिंघम यूनिवर्सिटी की टीम काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाली टीम का कहना है कि इस स्प्रे का इस्तेमाल हाई रिस्क जोन में मौजूद लोगों पर किया जा सकता है, जैसे हेल्थकेयर वर्कर, फ्लाइट्स या क्लासरूम।
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बता दें कि इस एंटी-कोविड नेजल स्प्रे में कैरेगीनेन और गैलेन जैसे रसायनों का प्रयोग किया गया है, जो स्प्रे को गाढ़ा बनाते हैं। दावा किया जा रहा है कि ये केमिकल इंसानों के लिए सुरक्षित हैं और इसका प्रयोग करने के लिए अप्रूवल भी मिल चुका है। इस स्प्रे पर रिसर्च कर रहे डॉ. रिचर्ड मोएक्स का कहना है कि स्प्रे में ऐसे रसायन हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर फूड और मेडिसिन में किया जाता है।
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गैलेन रसायन नाक के अंदर पहुंचते ही एक लेयर बना देता है। लेयर बनने के बाद अगर कोरोना वायरस नाक में पहुंचता है, तो यह लेयर वायरस पर चढ़ जाती है और छींक या किसी झटके से नाक के बाहर फेंक दिया जाता है। या फिर इंसान निगल जाता है, लेकिन शरीर को कोई नुकसान नहीं होता है।
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डॉ. रिचर्ड का कहना है कि इस स्प्रे के इस्तेमाल के बाद भी व्यक्ति को कोविड से जुड़े गाइडलाइन को फॉलो करना बेहद जरूरी है। इंसान के शरीर पर कोरोना के लक्षण तभी दिखते हैं, जब यह फेफड़ों तक पहुंच जाता है। लेकिन इस नए एंटी-कोविड नेजल स्प्रे के मदद से कोरोना फेफड़ों तक पहुंच ही नहीं पाएगा। यह स्प्रे संक्रमण को रोकने में काफी हद तक कारगर होगा।