देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने खाताधारकों को बड़ी राहत दी है। एसबीआई ने ग्राहकों से वसूले जाने वाले कुछ चार्ज खत्म कर दिए हैं। इनमें एसएमएस अलर्ट और न्यूनतम बैलेंस शामिल हैं। एसबीआई के 44 करोड़ से अधिक बचत खाताधारकों को ये सुविधा मिलेगी।
अब ग्राहकों से एसएमएस अलर्ट और न्यूनतम बैलेंस के चार्ज नहीं वसूले जाएंगे। यह सेवा मुफ्त हो गई है। साथ ही बैंक ने यह भी कहा कि अनावश्यक एप्स से छुटकारा पाने के लिए #YONOSBI डाउनलोड करें। यानी बैंक ने ग्राहक के खाते से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बैकिंग सर्विस मैसेज के लिए लगने वाले चार्ज को खत्म कर दिया है। अब इसके लिए ग्राहक को कोई चार्ज नहीं देना होगा। इसके अतिरिक्त अब न्यूनतम बैलेंस रखना भी जरूरी नहीं है।
पहले इतना था न्यूनतम बैलेंस
पहले एसबीआई में खाताधारकों को 3,000 रुपये मिनिमम बैलेंस के रूप में रखना जरूरी होता था। अगर यह 50 फीसदी से कम यानी 1,500 रुपये हो जाता है, तो उसे शुल्क के रूप में 10 रुपये और जीएसटी देना पड़ता था। वहीं अगर आपके खाते में बैलेंस 75 फीसदी से कम हो जाता है तो आपको शुल्क के रूप में 15 रुपये और जीएसटी देना पड़ता था।
एटीएम से निकासी के नियम
मालूम हो कि एसबीआई ने अपने एटीएम से निकासी नियमों में बदलाव किया है। नए नियमों के तहत खाते में ज्यादा राशि नहीं होने पर अगर एटीएम से निकासी फेल हो जाती है तो एसबीआई ग्राहकों को 20 रुपये जुर्माने के साथ जीएसटी का भुगतान करना होगा।
एसबीआई के मुताबिक, 1 जुलाई, 2020 से बदले नियमों के तहत एटीएम से निकासी की सुविधा सीमित कर दी गई है। अब मेट्रो शहरों में रहने वाले एसबीआई के नियमित बचत खाताधारक एक महीने में एटीएम से आठ बार ही मुफ्त निकासी कर सकेंगे। इनमें पांच बार एसबीआई एटीएम और तीन बार किसी अन्य बैंक के एटीएम से निकासी शामिल है। मुफ्त निकासी की सीमा पार करने पर ग्राहकों को प्रत्येक निकासी पर शुल्क देना होगा।