मध्यवर्ती क्षेत्र में रबी फसल की बिजाई के लिए खेत तैयार करें। खरीफ फसल अंतिम चरणों में है। खेत खाली होने पर नकदी फसल लहसुन, प्याज और मटर सहित गेहूं और जौ की बिजाई के लिए किसानों की ओर से कार्य शुरू कर दिया जाएगा। किसान खाली हुए खेतों में नमी न होने की सूरत में सिंचाई कर सकते हैं। किसान कृषि विभाग के प्रसार केंद्रों से अनुमोदित बीज को खरीद सकते हैं।
निजी कंपनी के बीज खरीदने पर बिल लेना किसान न भूलें और विश्वास पात्रों से ही बीज की खरीद करें। बिजाई से बीज को वाविस्टीन 20 ग्राम 10 किलोग्राम बीज से उपचारित करके खेतों में किसान बिजाई करें। सदियों में लगने वाली सब्जी जैसे पालक, मूली, फूलगोभी, ब्राकली और चाइनीज गोभी सहित साग वर्गीय सब्जी की बिजाई इस माह कर सकते हैं।
इसके अलावा ऊंचाई वाले इलाकों में सेब का तुड़ान जारी रखें। जिन क्षेत्रों में जापानी और किवी फल तैयार हो गया है। किसान इन फलों को मंडियों में समय रहते भेज दें। नए बगीचों को लगाने से पहले मिट्टी नमूने लेकर प्रयोगशाला में विश्लेषण के लिए अवश्य भेजें। इसके अलावा किसान अखरोट और पीकन नट और अनार का तुड़ान करें।
इस माह दिन और रात के तापमान में अंतर होने के कारण सुबह और शाम को ठंड बढ़ने से पशुओं को मक्की और अन्य घास को सूखा कर पशुओं को खिलाएं। पशुओं की गोशाला में बिछाएं जाने वाले घास या भूस के बिछोने को प्रतिदिन बदल दें। गोशाला को साफ और सूखा रखें। इससे पशु बीमारी की चपेट में नहीं आएगा। - डॉ. अनिल कुमार कृषि विशेषज्ञ
सवालों के जवाब
सवाल : मध्यवर्ती इलाके में लहसुन की बिजाई के लिए कौन सा माह सही है। इससे लहसुन की पैदावार अच्छी और गुणवता बेहतर हो सके। -ज्ञान ठाकुर, निवासी थरमाण जिला कुल्लू?
जवाब : मध्यवर्ती क्षेत्र में लहसुन की बिजाई के लिए अक्तूबर माह का अंतिम पखवाड़ा सही है। इससे लहसुन की पैदावार बेहतर और गुणवत्ता भी उम्दा होगी।
सवाल : प्याज की रोपाई और मटर बिजाई किस महीने मध्यक्षेत्र में करनी चाहिए, जिससे नकदी फसल की पैदावार अच्छी हो? - सुरेश पुजारी, निवासी सेउबाग, जिला कुल्लू
जवाब : प्याज की रोपाई के लिए नवंबर महीना सही है। मटर की बिजाई नवंबर महीने के प्रथम सप्ताह में कर सकते हैं, जिससे प्याज और मटर की फसल बढ़िया होगी।
मध्यवर्ती क्षेत्र में रबी फसल की बिजाई के लिए खेत तैयार करें। खरीफ फसल अंतिम चरणों में है। खेत खाली होने पर नकदी फसल लहसुन, प्याज और मटर सहित गेहूं और जौ की बिजाई के लिए किसानों की ओर से कार्य शुरू कर दिया जाएगा। किसान खाली हुए खेतों में नमी न होने की सूरत में सिंचाई कर सकते हैं। किसान कृषि विभाग के प्रसार केंद्रों से अनुमोदित बीज को खरीद सकते हैं।
निजी कंपनी के बीज खरीदने पर बिल लेना किसान न भूलें और विश्वास पात्रों से ही बीज की खरीद करें। बिजाई से बीज को वाविस्टीन 20 ग्राम 10 किलोग्राम बीज से उपचारित करके खेतों में किसान बिजाई करें। सदियों में लगने वाली सब्जी जैसे पालक, मूली, फूलगोभी, ब्राकली और चाइनीज गोभी सहित साग वर्गीय सब्जी की बिजाई इस माह कर सकते हैं।
इसके अलावा ऊंचाई वाले इलाकों में सेब का तुड़ान जारी रखें। जिन क्षेत्रों में जापानी और किवी फल तैयार हो गया है। किसान इन फलों को मंडियों में समय रहते भेज दें। नए बगीचों को लगाने से पहले मिट्टी नमूने लेकर प्रयोगशाला में विश्लेषण के लिए अवश्य भेजें। इसके अलावा किसान अखरोट और पीकन नट और अनार का तुड़ान करें।
इस माह दिन और रात के तापमान में अंतर होने के कारण सुबह और शाम को ठंड बढ़ने से पशुओं को मक्की और अन्य घास को सूखा कर पशुओं को खिलाएं। पशुओं की गोशाला में बिछाएं जाने वाले घास या भूस के बिछोने को प्रतिदिन बदल दें। गोशाला को साफ और सूखा रखें। इससे पशु बीमारी की चपेट में नहीं आएगा।
- डॉ. अनिल कुमार कृषि विशेषज्ञ
सवालों के जवाब
सवाल : मध्यवर्ती इलाके में लहसुन की बिजाई के लिए कौन सा माह सही है। इससे लहसुन की पैदावार अच्छी और गुणवता बेहतर हो सके। -ज्ञान ठाकुर, निवासी थरमाण जिला कुल्लू?
जवाब : मध्यवर्ती क्षेत्र में लहसुन की बिजाई के लिए अक्तूबर माह का अंतिम पखवाड़ा सही है। इससे लहसुन की पैदावार बेहतर और गुणवत्ता भी उम्दा होगी।
सवाल : प्याज की रोपाई और मटर बिजाई किस महीने मध्यक्षेत्र में करनी चाहिए, जिससे नकदी फसल की पैदावार अच्छी हो? - सुरेश पुजारी, निवासी सेउबाग, जिला कुल्लू
जवाब : प्याज की रोपाई के लिए नवंबर महीना सही है। मटर की बिजाई नवंबर महीने के प्रथम सप्ताह में कर सकते हैं, जिससे प्याज और मटर की फसल बढ़िया होगी।