रामपुर। पनवड़िया में निर्माणधीन नाले की दीवार गिरने के मामले में फंसे ठेकेदार ने मंगलवार को पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया। हालांकि आज ही जेई को सरेंडर करना था,लेकिन ऐन मौके पर जेई सरेंडर नहीं कर पाया।
पनवड़िया-जजेज रोड पर नैनीताल रोड पर बन रहे नाले की दीवार 16 मई को अचानक भर भराकर गिर गई थी,जिसमें दबकर दो लोगों की मौत हो गई थी साथ ही इतने घायल भी हुए थे। नाले का निर्माण लोक निर्माण विभाग की ओर से कराया जा रहा था। हादसे में मारे गए कल्याणपुर गांव निवासी वचन सिंह के चाचा जगत सिंह की ओर से सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी,जिसमें आरोप लगाया गया है कि जेई व ठेकेदार नाले के निर्माण में लापरवाही बरत रहे थे। साथ ही घटिया सामग्री का भी इस्तेमाल कर रहे थे,जिसके बाद यह हादसा हुआ और दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने जेई हरवीर सिंह, भीमसेन और त्रुषपाल के साथ ही निर्माणदायी संस्था के ठेकेदार मनमोहन शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए तफ्तीश शुरू कर दी थी। इस बीच इस मामले में वांछित गाजियाबाद निवासी ठेकेदार मनमोहन शर्मा ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से सीजेएम श्याम लाल कोरी की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। बाद में उसने अधिवक्ता की ओर से जमानत याचिका दायर की गई,जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उसे बीस-बीस हजार रुपये के दो जमानती व इतनी ही धनराशि का मुचलका भरने पर रिहा करने के आदेश दिए। सोमवार को ही इस मामले में जेई हरवीर सिंह को भी सरेंडर करना था,लेकिन ऐन मौकेपर सरेंडर नहीं किया गया।