रामपुर। स्थानीय निकाय चुनाव में आम जनता को फिर से बसों की किल्लत झेलनी पड़ेगी। चुनाव केयातायात सेल ने चुनाव में 196 बड़े वाहनों की आवश्यकता का अनुमान लगाया है। परिवहन विभाग को इन वाहनों की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी जाएगी।
विधानसभा चुनाव 2012 के दौरान निजी बसों को चुनाव कार्य केलिए परिवहन विभाग ने जनपद में करीब डेढ़ सौ बसों का अधिग्रहण कर लिया था। इसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था चरमरा गई थी। स्थानीय निकाय चुनाव में आम जनता को फिर इस समस्या से रूबरू होना पड़ेगा। स्थानीय निकाय चुनाव में वाहनों की फिर आवश्यकता पड़ेगी। चुनाव कार्यालय केयातायात सेल ने इस चुनाव में 196 बड़े वाहन और 74 छोटे वाहनों की आवश्यकता का अनुमान लगाया है। वाहनों की व्यवस्था की जिम्मेदारी परिवहन विभाग को सौंपी जाएगी। परिवहन विभाग केअफसरों केमुताबिक जनपद में करीब डेढ़ सौ निजी बसें विभिन्न मार्गों पर संचालित हैं। सभी बसों को चुनाव कार्य केलिए अधिग्रहीत कर लिया जाता है। शेष बड़े वाहनों की व्यवस्था केलिए ट्रक आदि की व्यवस्था की जाती है। वाहन ढाई दिन केलिए अधिग्रहीत किए जाते हैं। एआरटीओ मोहम्मद अजीम ने बताया कि जिला निर्वाचन कार्यालय से आदेश आते ही चुनाव कार्य केलिए वाहन उपलब्ध करा दिए जाएंगे।