स्वार। फैक्ट्री में पैकिंग कराने को लेकर गये किशोरों कोे बगैर पगार दिए काम कराया गया। पगार मांगने पर मारापीटा और बंधक बनाकर काम कराया गया। किसी तरह ठेकेदार के चंगुल से भागे दो किशोरों ने नगर में पहुुंचकर आपबीती सुनाई। बाद में परिजनों के संपर्क करने पर अन्य किशोर भी नगर पहुंचे। मामले से पुलिस को अवगत नहीं कराया गया है।
नगर के मोहल्ला स्वार खास निवासी व्यक्ति ने रिश्तेदार मुरादाबाद निवासी दो ठेकेदारों के साथ नगर के करीब 15 किशोरोें रवि किशन पुत्र हरि सिंह, बोबी ठाकुर पुत्र मुकंदराम, सूरज पुत्र छोटे लाल, राकेश पुत्र घनश्याम, दिनेश पुत्र धारा सिंह, रजत, बंटी, इरफान, महेश, अर्जुन, विकास, सोनू, शावेज को हिमाचल प्रदेश के बददी में एक दवाईयों की फैक्ट्री में पैकिंग का कार्य कराने को कह कर लेकर गया था। आरोप है कि हिमाचल प्रदेश पहुुुंचते ही ठेकेदार ने किशोरोें को फैक्ट्री में पैकिंग के कार्य पर लगा दिया। दो माह काम करने के बावजूद ठेकेदारों ने किशोरोें को कोई पगार या मजदूरी नहीं दी। किशोरों द्वारा काम करने से मना करने पर मारपीट की गई और बंधक बना लिया। किसी तरह ठेकेदार के चंगुल से छूटकर भागे दो किशोर रविवार को नगर में घरों पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को आपबीती सुनाई। बाद में अन्य परिजनों के हिमाचल प्रदेश संपर्क करने पर दोनाें ठेकेदार किशोरों को छोड़कर बददी से फरार हो गए। तब अन्य किशोर किसी तरह घर वापस आए और रोते बिलखते ठेकेेदारों द्वारा किये गये जुल्म के बारे में जानकारी दी। किशोरोें का आरोप है कि ठेकेदार ने केवल खाना खाने के लिये ही पैसे दिए। फैक्ट्री में दो माह से अधिक काम कराने के बावजूद कोई पगार नहीं दी। गौरतलब है कि गत अप्रैल माह में भी नगर के एक दर्जन से अधिक किशोर हिमाचल प्रदेश के बददी गांव से ही एक ठेकेदार के चंगुल से छूटकर वापस घर पहुंचे थे।