रामपुर। पनवड़िया में निर्माणधीन नाले की दीवार गिरने के मामले में फंसे लोक निर्माण विभाग के दो अवर अभियंताओं ने शुक्रवार को पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने बाद में दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया।
पनवड़िया-जजेज रोड पर नैनीताल रोड पर बन रहे नाले की दीवार बुधवार को अचानक भरभराकर गिर गई थी,जिसमें दबकर दो लोगों की मौत हो गई थी साथ ही इतने घायल भी हुए थे। नाले का निर्माण लोक निर्माण विभाग की ओर से कराया जा रहा था। हादसे में मारे गए कल्याणपुर गांव निवासी वचन सिंह के चाचा जगत सिंह की ओर से सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी,जिसमें आरोप लगाया गया है कि जेई व ठेकेदार नाले के निर्माण में लापरवाही बरत रहे थे। साथ ही घटिया सामग्री का भी इस्तेमाल कर रहे थे। उसका यह भी आरोप है कि नाले का निर्माण मानक के अनुरूप नहीं कराया जा रहा था,जिसके बाद यह हादसा हुआ और दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने जेई हरवीर सिंह, भीमसेन और त्रुषपाल के साथ ही निर्माणदायी संस्था के ठेकेदार मनमोहन शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए तफ्तीश शुरू कर दी थी। साथ ही गिरफ्तारी के लिए दबिशें भी दी। मगर, कोई भी आरोपी पुलिस केहत्थे नहीं चढ़ा। इस बीच जेई की ओर से सरेंडर की तैयारी शुरू कर दी गई थी। शुक्रवार को इस प्रकरण में पीडलब्लूडी के जेई भीमसेन और त्रुषपाल ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से सीजेएम श्याम लाल कोरी की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। बाद में दोनों ने अपने अधिवक्ताओं की ओर से जमानत याचिका दायर की गई,जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दोनों को बीस-बीस हजार रुपये के दो जमानती व इतनी ही धनराशि का मुचलका भरने पर रिहा करने के आदेश दिए।