रामपुर। शुक्रवार के दिन जो मौसम था, उससे अच्छे भले भी रोगी बन गए। जी हां, मौसम का नजारा काफी अजीब था। जो अच्छे भले सेहत मंद थे, वो भी धुंध के घेरे में फंसकर सांस लेने में तकलीफ महसूस करने लगे। वहीं सांस के मरीजों के लिए तो इस मौसम ने दुश्मनी का ही रोल अदा किया। मौसम में हवा के साथ धूल और मिट्टी के उड़ने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। घर से बाहर निकलते ही कपड़ों पर धूल जमा हुई तो सांस के जरिए शरीर के अंदर भी धूल ने जगह बना ली। जो नजारा था, उससे बचने का प्रयास किसी का भी सफल नहीं हो सका। आलम यह हुआ कि सेहत मंद भी बीमार होने लगे। शुक्रवार को खांसी और सांस के मरीजों का तांता लगा रहा। डाक्टर भी इसे धुंध का कारण बता रहेथे। जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. सफल कुमार ने बताया कि जुमा (शुक्रवार) के दिन अस्पताल में भीड़ कम होती है। लेकिन इस बार मरीजों की संख्या काफी थी।
धूल से संकट
सांस के रोगियों की दिक्कत बढ़ जाती है
कान में गंदगी भर जाती है
आंखों में इनफेक्शन का खतरा रहता है
धूल फंसने से आंखें लाल हो जाती हैं
खांसी और जुकाम की समस्या शुरू हो जाती है
डायरिया होने के खतरा रहता है।
ऐसे रहे सावधान
सांस के रोगी धूल से रहे सावधान
बाहर निकलने से पहले ढकें चेहरा
आंखों पर चश्मा पहनें
दरवाजे-खिड़कियां बंद करने के बाद करें भोजन पानी
आंखों के अलावा, नाक और कान को भी धूल से बचाएं
कोई भी दिक्कत हो डाक्टर से लें सलाह