रामपुर। नूर महल पर जेसीबी चलवाने की आशंका को देखते हुए पूर्व सांसद बेगम नूरबानो और विधायक नवेद मियां कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने इस मामले कोर्ट में दावा दायर करने के लिए अनुमति मांगी है। कोर्ट ने दावा दायर करने की अनुमति दे दी है। मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी।
नवाबों की निशानी माने जाने वाले नूर महल पर इन दिनों संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पिछले दिनों नगर विकास मंत्री आजम खां ने नूर महल की दीवार को चार मीटर बढ़ाए जाने संबंधी बयान दिया था। मंत्री के बयान के बाद पूर्व सांसद बेगम नूरबानो और उनके बेटे विधायक नवेद मियां ने नूर महल को बचाने के लिए अपने अधिवक्ता केसी बंसल के माध्यम से सिविल जज जूनियर डिवीजन सीताराम की कोर्ट में वाद दायर करने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया,जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार, नगर पालिका, लोक निर्माण विभाग, आरडीए के अफसरों को पक्षकार बनाया है। प्रार्थना पत्र में कहा कि प्रशासन नगर विकास मंत्री केदवाब में नूर महल के पूर्व में बने नाले, फूलों की क्यारियां और लोहे के फेंसिंग को तोड़ना चाहता है,जिस पर उन्हें वाद दायर करने के लिए नोटिस से छूट प्रदान की जाए । कोर्टने मामले की सुनवाई करते हुए उनकी अरजी स्वीकार कर ली। साथ ही मामले की सुनवाई के लिए गुरुवार की तारीख नियत की है।