हमीरपुर। खाद-बीज की किल्लत को देखते हुए इस बार खरीफ अभियान में कृषि विभाग किसानों को खाद बीज मुहैया कराएगा। इस अभियान के लिए विभाग ने 1 लाख 2 हजार 882 हेेक्टेयर भूमि पर फसलें बोने का लक्ष्य रखा है। इसी के साथ किसानों को फसली ऋण दिया जाएगा। साथ ही 5717 किसानों को क्रेडिट कार्ड जारी करने का फैसला लिया है।
रबी अभियान में रिकार्ड तोड़ पैदावार से उत्साहित कृषि विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। गेहूं की पैदावार में प्रति हेक्टेयर औसत पैदावार 31 कुंतल हुई है। सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों में गेहूं के डंप होने और तौलाई नहीं हो पा रही है। दलहन के क्षेत्र में भी कृषि विभाग अपनी पीठ थपथपा रहा है। बीते दिनों झांसी में हुई एपीसी की बैठक के बाद बोई जाने वाली फसलों का लक्ष्य और उत्पादन तय किया है। उप कृषि निदेशक उमेश कटियार ने बताया कि इस बार 100 हेक्टेयर में धान की फसल बोने का लक्ष्य है। इसी तरह मक्का 6, बाजरा 374, ज्वार 19518, मोटा अनाज 33 हेक्टेयर में बोने का लक्ष्य है। उर्द 1838, मूंग 9197, तिल 34812, मूंगफली 136 व सोयाबीन 15 तथा अरहर 20249 हेक्टेयर जमीन पर बोने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि धान की पैदावार प्रति हेक्टेयर 16.20 कुंतल, मक्का 13.35, बाजरा 8.80, ज्वार 9.90, मोटा अनाज 11.12, उर्द 3.96, मूंग 4.44, तिल 1.74, मूंगफली 9.26, सोयाबीन 12.67 कुंतल प्रति हेक्टेयर पैदावार का लक्ष्य है। उप कृषि निदेशक ने कहा कि खरीफ में 1500 एमटी यूरिया, 500 एमटी डीएपी, 100 एमटी एसएसपी व 500 एमटी एनपीके खाद का लक्ष्य किया गया है। बताया कि 16453.56 लाख रुपए फसली ऋण दिया जाना है।