मौदहा (हमीरपुर)। बीडीओ ने डीएम के निर्देश पर गठित टीम के साथ पांच गांवों का निरीक्षण किया। इन गांवों में रीबोर होने वाले हैंडपंपों की पड़ताल की। भवई व इचौली गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का भी निरीक्षण किया। इसमें एक चिकित्सक लंबे समय से गैरहाजिर मिला और महिला कर्मी भी नदारद मिलीं।
बीडीओ भालचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि जलनिगम के अवर अभियंता एके शर्मा व सिराज अकरम के साथ खैरी का निरीक्षण किया यहां देवेंद्र यादव के मकान के सामने लगा रीबोर के हैंडपंप की नापजोख की। मौके पर हैंडपंप की गहराई 39.80 मीटर पाई गई। जबकि इसमें जीआई पाइप मात्र 27 मीटर पाया गया। इसी तरह बैजेमऊ गांव में बजरंगबली स्थान पर रीबोर के हैंडपंप की गहराई 46 मीटर पाई गई। जबकि जीआई पाइप सिर्फ 30 मीटर मिला। इसी तरह भभई में हीरा तालाब में 41 मीटर गहराई मिली और जीआई पाइप 24 मीटर ही मिला। भैसमरी में नन्हे वर्मा के दरवाजे पर लगाए गए हैंडपंप की गहराई 41 मीटर व जीआई पाइप 31 जीआई पाइप मिली। बक्छा में लल्लू प्रजापति के मकान के सामने के हैंडपंप में 39 मीटर गहराई व 27 मीटर जीआई पाइप पाया गया। बीडीओ ने बताया कि भभई के स्वास्थ्य केंद्र में महिला कर्मी गैर हाजिर मिली। जबकि इचौली में 17 मई 2009 से तैनात चिकित्सक डा.शौएब अहमद गैर हाजिर चल रहे है। बीडीओ का कहना है कि इसकी सूचना जिला विकास अधिकारी को भेजी है। हैंडपंप की बोरिंग और डाले गए पाइपों का मिलान किया जाना है।