हमीरपुर। यदि कुपोषण से किसी बच्चे की मौत हुई तो पूरा विभाग जिम्मेदार होगा और सभी पर कार्रवाई की जाएगी। यह बात बुधवार को विकास भवन कुछेछा में आयोजित जिला स्तरीय बाल विकास कार्यक्रम की अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की बैठक में जिलाधिकारी बी चंद्रकला ने कही।
बैठक में उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र नियमित व समय से खोले जाएं। बच्चों के वजन व ग्रोथ चार्ट भरवा कर पोषाहार वितरित होना चाहिए। यदि कुपोषित बच्चे की मौत होती है तो पूरा विभाग जिम्मेदार होगा। इस अवसर पर बाल स्वास्थ्य पोषण माह जून 2012 को सफल बनाने की कार्यशाला में माइक्रो न्यूट्रीसियंस इनीसियेटिव की राज्य प्रतिनिधि अमिता जैन तथा इसी संस्था के मंडलीय कोआर्डिनेटर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि 9 माह से 5 साल के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का कार्यक्रम बनाया गया है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां व एएनएम को समुचित करना है। सभी कार्यकत्रियों के कार्यों की मानीटरिंग की जाए। माइक्रों की सहयोगी संस्था सुमित्रा सामाजिक संस्थान की निदेशक मीरा शर्मा और संस्थापक के के चतुर्वेदी मौजूद रहे। इस मौके पर राठ विधायक गयादीन अनुरागी ने सरकारी नीतियों को सरकार की अपेक्षानुसार क्रियान्वयन करने की अपेक्षा की। बैठक में परियोजना निदेशक हरिशचंद्र वर्मा, बीएसए डा.आरबी मौर्य, जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.अर्जुन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी रामेश्वरपाल ने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में सभी ब्लाकों की सीडीपीओ व मुख्यसेविकाएं मौजूद रहीं।