हमीरपुर। एक ओर प्रकृति आसमान से आग बरसा रही तो दूसरी ओर सरकार बिजली के लिए रुला रही है। प्रकृति और प्रशासन के पाटों के बीच आम आदमी भीषण गर्मी में झुलस रहा है। बुधवार को जिले का पारा 44 डिग्री सेल्सियस पहुंचने के बाद सड़कों पर कर्फ्यू सा लग गया है। रात के तापमान में भी वृद्धि होने से गर्म हवाओं के थपेड़े लोगों की नींद तक उड़ गई। वहीं बिजली न होने से लोगों ने रात में छत पर टहलते हुए गुजारी।
बुधवार को ऐसा लग रहा था कि सूर्य देवता आग बरसा रहे हैं। इंसान की छोड़िये पशु-पक्षी तक गर्मी से बेहाल होकर तालाब, बावली और नदी का किनारा खोज रहे थे। दोपहर का अधिकतम पारा 44 डिग्री के पास पहुंच गया। किसी जरूरी काम से ही लोग बाहर निकले। उस पर भी अंगौछा या दुपट्टे या साड़ी से बचाव कर रहे थे। हाइवे किनारे एक सरकारी नलकूप से सड़क किनारे के गड्ढाें को पानी से भरा गया। इस पर बगुले, टिटहरी, डौकी, गिलगिलारी आदि पक्षी पानी के इर्द-गिर्द ही मंडराते रहे।