सरीला (हमीरपुर)। पिछले महीने आए तूफान से कसबे में गिरे आधा दर्जन शीशम पेड़ों को नगर पंचायत ने ठिकाने लगा दिया है। आरामशीन पर शीशम का फर्नीचर तैयार कराया गया है। बिना नीलामी गायब हुई कीमती लकड़ी का बंदरबाट कर लिया गया है। फिलहाल इस लकड़ी की कीमत लाखों में आंकी जा रही है। इस मामले में नगर पंचायत के लिपिक राघवेंद्र ने आरोपों को गलत बताया है।
बीते माह आए तूफान से लगभग डेढ़ दर्जन पुराने पेड़ ढह गए थे। गुरुखुरु तालाब के पास, इलाहाबाद बैंक के पास, नगर पंचायत कार्यालय के बगल में, रमकुंडा बस स्टैंड के पास व जरिया बस स्टैंड सहित अन्य आधा दर्जन पुराने बेश कीमती शीशम के पेड़ उखड़ गए। इन पेड़ों की लकड़ी नगर पंचायत ने उठवा ली और बस स्टैंड पर लगी आरा मशीन में भिजवा दी। इस लकड़ी का फर्नीचर बनवाकर आपस में बंाट लिया गया। कई पेड़ आज भी मौके पर उखड़े पड़े है।