गोहांड (हमीरपुर)। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन कराने में मनमानी की जा रही है। शिक्षामित्र एवं बेरोजगार युवकों से शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन को लेकर उनसे प्रति युवक 15 रुपए ओपीडी के पर्चे कटवाने का खुलासा हुआ है। अभिलेखों का सत्यापन कराने गए युवकों ने आरोप लगाया प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बुधवार के दिन करीब एक सैकड़ा से अधिक फर्जी कटवाए। वहीं सीएचसी प्रभारी दीपक नायक ने कहा कि डाक्टर का काम इलाज करना है न कि अभिलेखों को प्रमाणित करना।
वर्तमान में शासन के निर्देशानुसार प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। जिसके तहत राज पत्रित अधिकारी फोटो प्रतियों को प्रमाणित कर बीएसए कार्यालय में जमा करना है। ब्लाक स्तर पर बीडीओ व सीएचसी प्रभारी ही राजपत्रित अधिकारी के पद है। बुधवार को बीडीओ के न होने पर सभी शिक्षामित्र एवं बेरोजगार सीएचसी जा पहुंचे। अखिलेश निवासी गोहांड, नरेश इटैलिया, नीलम मझगवां, वंदना व संतोष ने आरोप लगाया कि अभिलेखों के प्रमाणीकरण के एवज में सीएचसी प्रभारी डा. दीपक नायक ने अस्पताल के काउंटर से युवकों को 15-15 फर्जी नाम एवं गांवों के पर्चे कटवाने को कहा। इस पर युवकों ने मजबूरी में ओपीडी के पर्चे कटवाए। यह पर्चे प्रभारी ने अपने पास रख लिए। उन्होंने बताया कि पंजीकरण संख्या 3353 के आगे वाले सभी पंजीकरण के नाम व गांव फर्जी है। बसपा के नगर अध्यक्ष चंद्रभान सिंह लोधी का आरोप है कि इन फर्जी पर्चों में हजारों रुपए की दवाएं चढ़ाकर प्रभारी डाक्टर कर सकते हैं। उधर प्रभारी डा. नायक ने कहा कि डाक्टरों का काम इलाज करना है न कि कागजातों को प्रमाणित करना है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा मरीजों की संख्या बढ़ाने के निर्देशों के तहत किया गया है।