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अग्निपीड़ितों को फौरी तौर पर डीएम ने दी मदद

Hamirpur Updated Thu, 17 May 2012 12:00 PM IST
मौदहा (हमीरपुर)। आग से तबाह पिपरौदा गांव के अग्निपीड़ितों को जिलाधिकारी बी चंद्रकला ने हर संभव मदद का भरोसा दिया। साथ ही अग्निकांड से पीड़ित 14 परिवारों में प्रत्येक को 2700 रुपए की अहेतुक सहायता की चेक भी दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आग बुझाने में जो मानवता दिखाई है वह काबिले तारीफ है।

पिपरौदा गांव में मंगलवार शाम चार बजे लगी आग से 15 लोगों के परिवार तबाह हो गए थे। राजस्व विभाग के आंकलन के अनुसार 14 ऐसे परिवार है जिनका आग में सब कुछ बर्बाद हो गया। इन परिवारों के बीच महेश पुत्र भूरा का मकान तो नहीं जला लेकिन आग बुझाने की चपेट में मकान तहस नहस हो गया है। गांव पहुंची जिलाधिकारी ने हर पीड़ित परिवार के घर पहुंची और दुख-दर्द बांटा। कई महिलाओं ने बताया कि उनके परिजन बाहर है। उनके पास खाने पीने को कुछ नहीं बचा है। महेश की 50 हजार, रामराज साढे़ तीन लाख, रामनारायण दो लाख, दृगपाल की तीन लाख, सैय्यददीन की एक लाख, रत्तू की दो लाख, रामसनेही की डेढ लाख, हरीशंकर 60 हजार, विधवा श्यामली बाल्मीकि का एक लाख, कामता की डेढ लाख, लिख्खी की एक लाख, नसीर की डेढ लाख, निर्पत की दो लाख, रामलखन की दो लाख की क्षति हुई है। इन लोगों को डीएम ने सहायता दी। वहीं आग बुूझाने के दौरान तहस नहस हुए महेश के मकान को भी अग्निपीड़ितों की सूची शामिल किया है। उसका करीब 20 हजार का नुकसान हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह सिर्फ तात्कालिक सहायता है। क्षति के आंकलन की जांच के बाद उन्हें क्षतिपूर्ति मुहैया कराई जाएगी। कहा कि विधवा व गरीब महिलाओं को सरकारी कोटे से 25 किलो गेहूं 10 किलो चावल व एक किलो चीनी दिलाने के निर्देश उप जिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह को दिए। कहा कि जिन लोगों के आग बुझाने में निजी पाइप क्षतिग्रस्त हुए है उन्हें ग्रामनिधि या अन्य योजना से पाइप दिलाए जाएंगे।

बुझाने के बाद भी पिपरौंदा में धधकती रही आग
मौदहा (हमीरपुर)। पिपरौदा गांव में मंगलवार की शाम को लगी आग बुधवार को भी धधकती रही। जिलाधिकारी ने पहुंचकर वहां जायजा लिया और दमकल को बुलाकर आग पूरी तरह से बुझाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधान को निर्देशित किया कि पुराने कुओं में पंपसेट लगाकर आग को बुझवाने का काम करें। इससे कुओं की भी सफाई होगी। पिपरौदा गांव में बीती शाम करीब 4 बजे नत्थू के मकान से आग की शुरुआत हुई। इस मकान सहित अन्य कई मकानों में लकड़ी और कंडे भरे होने से 8 घंटे दो दमकलों के लगे होने से आग को बुझाया जा सका था। मशीनों व पाइप लाइनों से आग पर काबू पाने का कार्य किया गया। कई मकान पानी से लवरेज किए गए लेकिन यह आग आज भी धधकती मिली।
वृ्द्धा की बंद कर दी पेंशन
मौदहा। पिपरौंदा गांव में बाल्मीकि समाज की विधवा श्यामली (70) का भी सब कुछ जल गया। उसका बेटा कानपुर में मजदूरी करता है। डीएम ने जब उसे चेक दी और पूछा तो बताया कि उसका सुनने वाला कोई नहीं है। कई साल से पेंशन नहीं मिली है। इसी तरह अन्य पांच विधवाओं का भी यही हाल है। डीएम ने इन लोगों की जांच कराकर पेंशन जारी करने के निर्देश दिए।
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