मौदहा (हमीरपुर)। कसबे के चार खरीद केंद्रों में 14 हजार कुंतल गेहूं डंप है। अब इन केंद्रों में उठान नहीं होने से गेहूं रखने के लिए जगह नहीं बची है। वहीं पीसीएफ के दो केंद्र जगह और बारदाना की किल्लत से जूझ रहे हैं। इन केंद्रों में कभी भी खरीद बंद हो सकती है।
किसानों की ज्यादा संख्या होने पर मंडी समिति में खोले गए तीन केंद्र कम पड़ रहे थे। इस पर किसानों ने हंगामा कर एक और केंद्र बढ़वाया था। इसके बाद भी केंद्रों में गेहूं रखने की जगह नहीं बची है। गेहूं की उठान न होने से केंद्रों में तिल भर जगह नहीं बची है। मंडी के चार केंद्रों में अभी तक 23 हजार कुंतल गेहूं की खरीददारी हो चुकी है। केंद्रों के आसपास 14 हजार कुंतल से अधिक गेहूं डंप पड़ा है। उठान नहीं होने से नई खरीद के लिए जगह नहीं है। स्थिति यह है कि हाटशाखा में बोरे और पैसे है लेकिन गेहूं रखने के लिए स्थान नहीं है। पीसीएफ केंद्र में इन दोनों का अभाव है। इसमें सोमवार को तो किसी तरह तौल हो रही है लेकिन मंगलवार से तौल बंद होने की संभावना है। इसी संस्था के क्रय विक्रय केंद्र में खुले मैदान में गेहूं डंप होने और बारदाना न होने से खरीद का काम बंद हो गया है। यही हालात एग्रो क्रय केंद्र के है। जहां छह दिन के अंदर खरीदा गया 2 हजार कुंतल गेहूं ज्यों का त्यों पड़ा है। यहां भी खरीद का काम बंद हो सकता है। इन परिस्थितियों के चलते सैकड़ों किसान मंडी समिति में डेरा डाले है।
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