बारदाना के अभाव में तौल बंद
कुरारा (हमीरपुर)। मंडी समिति में चल रहे दो गेहूं खरीद केंद्रों में पीसीएफ केंद्र बारदाना के अभाव में बंद है। केंद्र में तौल काम बंद होने पर किसानों ने हंगामा काटा। नायब तहसीलदार को ज्ञापन देकर किसानों ने कहा अगर शनिवार तक बारदाना का प्रबंध नहीं किया गया तो वह लोग धरना प्रदर्शन करेंगे।
कसबे में संचालित दो खरीद केंद्रों में से पीसीएफ में बारदाना नहीं है। जबकि इसी के बगल में संचालित हाटशाखा केंद्र पर खरीद जारी है। पीसीएफ केंद्र में गेहूं बेच चुके किसान भी परेशान है। 20 लाख की उधारी वसूलने को किसान इस केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं। उधर बगल में केंद्र पर खरीद का काम जारी रहने से पीसीएफ से जुड़े गांवों के किसान खासे परेशान है। करीब 15 दिनों से टोकन पाने वाले किसानों का गेहूं नहीं तौला जा रहा है। कमोवेश यही हाल पीसीएफ के शिवनी केंद्र का है। यहां भी बोरो का अभाव है। जरुरत मंद किसान खुले बाजार में गेहूं बेंच रहे है। पीसीएफ केंद्र से जुड़े किसान महेंद्र अवस्थी, नरोत्तम गुप्ता सहित रघवा झलोखर गांवों के किसानों ने केंद्र पर हंगामा काटा। मंडी में मौजूद नायबतहसीलदार चंद्रशेखर वर्मा को ज्ञापन दिया कहा कि अगर शनिवार तक बारदाना नहीं आया तो वह लोग धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
बारदाना के अभाव में नहीं हुई गेहूं की तौलाई
मौदहा (हमीरपुर)। कसबे में स्थापित गेहूं खरीद केंद्रों में बारदाना का अभाव है। इसके चलते खरीददारी ठप रही। जिससे गेहूं की तौलाई करा रहे किसानों को इंतजार करना पड़ रहा है। कसबे के पीसीएफ कें द्र व क्रय विक्रय केंद्र पर बारदाना का अभाव है। इन दोनों केंद्रों में गुरुवार से खरीद का काम ठप है। हालांकि उपजिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह ने इन केंद्रों को मार्केटिंग विभाग से तीन दिन पूर्व कुछ बोरे दिलाए थे। तब कुछ खरीद हुई। शनिवार को मार्केटिंग विभाग में भी बारदाना खत्म हो गया। जिससे खरीद नहीं हुई। मार्केटिंग के एमआई सिराजखान ने बताया कि मुस्करा के मार्के टिंग केंद्र से कुछ बारदाना मिला है। कहा कि कल शनिवार से खरीद की जाएगी। जहां खरीद बंद होने से इन दो दिनों में जिन किसानों की तिथियां निर्धारित थी। वह परेशान दिखे। वहीं गल्ला व्यापारियों को कमीशन पर खरीद करने का तो किसानों ने स्वागत किया है। लेकिन अभी तक इस आदेश पर खरीद नहीं हुई है। जिससे किसान उलझन में है। कम्हरिया सहित कई गांवों में आज भी खलिहानों में गेहूं पड़ा है। मौसम बिगड़ने से किसानों के दिल की धड़कनें बढ़ रही हैं।
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