चौरी। बाजार की नईबस्ती में एक वृद्धा को कूड़े के ढेर में पड़ा देख लोगों में मानवता जाग गई। जिसे अपनों ने कूड़े के ढेर में पड़े रहने के लिए छोड़ दिया, उसे गैरों ने न केवल अपनों का प्यार दिया बल्कि उसकी सेवा भी कर रह हैं। नई बस्ती में एक सप्ताह से एक 85 वर्षीय वृद्धा कुछ दिन पूर्व ग्रामीणों को गांव में घूमते दिखी थी। उसके बाद वह गायब हो गई। दो दिन पूर्व उसी को ग्रामीणों ने फिर कूड़े के ढेर पर पड़े देखा। वह बेहोश पड़ी थी। ग्रामीण मुख्तार हाशमी उसे घर उठा लाए और चिकित्सक को दिखाने के बाद उसकी सेवा शुरू कर दी। उसे होश आने पर उसने अपना नाम जोधा देवी बताया। उसने अपने बेटों का नाम नरेंद्र और विजेंद्र बताया, लेकिन गांव का नाम नहीं बता सकी। मुख्तार के घर की बहुएं उसे स्नान आदि करा, उसकी सेवा में हैं। गांव का जो व्यक्ति यह सुन रहा है, बुजुर्ग महिला को देखने वह जरूर जा रहा है।