ज्ञानपुर। प्रतिस्पर्धा के युग में चिट्ठी पत्री बांटने वाला डाक विभाग बैंकिंग क्षेत्र में हाईटेक होने जा रहा है। जल्द ही डाक विभाग का एटीएम महानगरों, मुख्य डाकघरों और प्रधान डाकघरों में देखने को मिलेगा। इसके लिए इन स्थानों के सभी डाकघरों को हाईटेक करना शुरू कर दिया गया।
अभी तक डाक विभाग का मूल पेशा चिट्टी पत्री बांटने का था। अब विभाग अपने मूल पेशे के साथ-साथ बैंकिंग सुविधा और अन्य व्यवसायों से जुड़ गया है। डाक विभाग फिलहाल अपने को बैंकों की लाइन में खड़ा करने के लिए महानगरों, मुख्य शाखाओं और प्रधान डाकघरों में एटीएम लगाने जा रहा है। डाकघर की एटीएम मशीन भी बैंकों की भांति होगी। किसी भी बैंक के एटीएम से पैसा निकाला जा सकेगा। इसके लिए चिह्नित डाकघरों को पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड और हाईटेक किया जा रहा है। चिह्नित डाकघरों में सीबीएस प्रणाली भी लागू होगी। पिछले दिनों वाराणसी के मुख्य डाकघर में हुई बैठक में आए निदेशक डाक सेवाएं ने न केवल जानकारी दी बल्कि उपस्थित उप डाकपालों को प्रशिक्षण के साथ-साथ सिस्टम मैनेजिंग, कोडिंग आदि के बारे में बताया। देश के महानगरों के साथ-साथ जिले के मुख्य डाकघरों में भी एटीएम लगेगा। इस बारे में उप डाकपाल डीके राय ने बताया कि जल्द ही एटीएम लग जाएंगे। कहा कि वर्तमान में डाक विभाग बहुद्देशीय कार्य कर रहा है। जीवन बीमा के साथ-साथ डाकघरों के सोना बिक रहा है। जल्द ही बिजनेस डेवलेपमेंट योजना भी शुरू होगी। यानी की डाक विभाग मार्केटिंग भी करेगा। फिलहाल बाजार में उतरने की क्या योजना है यह अभी उजागर नहीं हुआ है।