गोपीगंज। राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की बैठक स्थानीय श्री बाबा बड़े शिव मंदिर पर हुई। इसमें संगठन को मजबूत बनाने के लिए रणनीति तैयार की गई। वक्ताओं ने कहा कि कार्यकर्ता एकजुट होकर मानवाधिकार के संरक्षण के लिए कार्य करें।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी एकजुट होकर अनुशासित टीम बनाकर कार्य करें। अनुशासन में रहकर संघर्ष करना ही एक मात्र ऐसा रास्ता है, जिससे हम लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं और जनता की सेवा कर सकते हैं। जनता हमारे संगठन से काफी उम्मीद करती है। इसलिए गुटबाजी छोड़कर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का कार्य करें। अच्छा कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को संगठन की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा। जहां तक पुलिस व प्रशासन की बात है तो किसी किसी अधिकारी का तबादला कराने व उसकी शिकायत करने से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा। क्योंकि जैसा समाज होगा वैसी ही व्यवस्था होगी। सिर्फ हम संविधान में निहित नियम, कानून व अधिकारों का पालन करें तो काफी हद तक हम मानवाधिकार का हनन रोक सकते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना पांडेय ने कहा कि गंगा जल तो सदैव शुद्ध एवं पवित्र है। जिसे पवित्र करने के नाम पर सरकार की बहुत सी योजनाएं चल रही हैं और धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। साधु महात्मा से लेकर आम जनता तक इसके लिए आंदोलन कर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है जो बेहद दुख की बात है। यदि गंगा को निर्वाध रूप से बिना किसी छेड़छाड़ के बहने दिया जाए और धाराओं को न रोका जाए तो काफी हद तक गंगा अपने आप निर्मल हो जाएंगी। प्रवक्ता विमल पांडेय ने कहा कि सोनभद्र में आदिवासी बच्चों की मौत डायरिया व कुपोषण से हो रही है। इस समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। महेंद्र शुक्ल ने कहा कि 2006 में वनाधिकार कानू को लागू किया गया था उसे उत्तर प्रदेश में लागू किया जाना चाहिए। जिससे वनवासियों को उनका अधिकार मिल सके। जिलाध्यक्ष गुलाम सरवर ने कहा कि गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। बिना कमीशन के उनके गेहूं को नहीं खरीदा जा रहा है। इस मामले की जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। बैठक का संचालन मंडल सचिव रविंद्र मिश्र और समापन मुहम्मद सोएब ने किया। बैठक में नंदलाल शुक्ल, महेंद्र कुमार शुक्ल, मुहम्मद जावेद, राजेश दूबे, बैकुंठनाथ शुक्ल, धनेश, शेरू पांडेय, नागेंद्र शुक्ल, राजेश कुमार, राजीव दूबे, तूफानी तिवारी आदि मौजूद रहे।