दुर्गागंज। पिछले करीब 36 घंटों से इलाके की बिजली गुल रहने से लगभग एक लाख की आबादी बिजली-पानी के अभाव में त्राहि-त्राहि करने लगी है। बिजली न रहने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चला है। बिजली के अभाव में पानी भी नहीं मिल पा रहा और प्रचंड गर्मी और उमस के माहौल मेें बिजली से चलने वाले उपकरण ठंडे पड़ गए हैं। इससे इलाके के लगभग 50 गांवों के लोग बिलबिला गए हैं। बिजली महकमा फाल्ट ढूंढने में जुटा रहा और उसके शटडाउन ब्रेक डाउन के चक्कर में लोगों का दिन गुजारना मुश्किल हो गया।
यों तो बिजली की समस्या ने समूचे जिले को परेशान कर रखा है, लेकिन दुर्गागंज इलाके में पिछले 36 घंटे से बिजली के दर्शन न होने से लोग झेल गए हैं। गर्मी और उमस से पसीने-पसीने हो रहे लोगों के लिए बिजली ही एकमात्र सहारा है, लेकिन बुधवार से ही बिजली के दर्शन न होने से लोगों को पानी के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। बिजली से चलने वाले पंखा, कूलर जैसे उपकरण काम नहीं कर रहे। इससे लोग बेहाल हो गए हैं। बता दें कि इलाके में बिजली की आपूर्ति पहले ही सुचारु नहीं थी। जर्जर तार और खंभों के चलते जहां-तहां लो-वोल्टेज भी लोगों का चैन छीनता रहता है। लेकिन, पिछले 36 घंटे से वह बिजली भी नहीं दिख रही। इससे इलाके के 50 गांवों की लगभग एक लाख की आबादी में बिजली-पानी के लिए हाहाकार मच गया है। किसान खेत की सिंचाई नहीं कर पा रहे और व्यावसायिक कार्य भी बाधित हो रहे हैं। हैरत की बात यह है कि समस्या कहां है, यह संबंधित महकमा भी समझ नहीं पा रहा है। लकड़ी की फट्टियों के सहारे दौड़ाए गए तारों की हालत काफी जर्जर हो गई है। ये तार हाईवोल्टेज को बर्दाश्त नहीं कर पाते और आए दिन टूटकर गिरते रहते हैं। इलाके में बिजली आपूर्ति करीब 35 किलोमीटर की दूरी तय कर अभोली के रामनगर फीडर से की जाती है। भदोही के अधिशासी अभियंता आरबी चौधरी ने कहा कि बिजली आपूर्ति बहाल करने की दिशा में जरूरी काम करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति ठीक कर दी जाएगी। जर्जर हो चुके तार और खंभों के लिए भी शासन को लिखा जा चुका है।