ज्ञानपुर। विद्यालयों में एक कक्षीय, दो कक्षीय या इससे अधिक भवन बनाने के नाम पर कमीशन मांगने का आरोप अभी नहीं थमा है। ज्ञानपुर और सुरियावां के दो शिक्षकों ने अपने ही विभाग के उच्चाधिकारियों पर कमीशन मांगने का आरोप लगाकर जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा है। पत्रक में कहा गया है कि कमीशन न देेने के कारण एक शिक्षक का आठ माह से वेतन रोक दिया गया जबकि एक शिक्षक से रुपये लेकर उसे निर्माण कार्य करने दिया गया। ज्ञानपुर विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय छत्रशाहपुर के प्रधानाध्यापक राधेश्याम यादव ने जिलाधिकारी को दिए पत्रक में आरोप लगाया है कि कि वर्ष 2011-12 में नवीन स्वीकृत प्राथमिक विद्यालय दुलहीपुर का उन्हें निर्माण प्रभारी बनाया गया। निर्देश के क्रम में निर्माण कार्य शुरू हो गया। इसी दौरान विभागीय अधिकारी ने रुपये की मांग की। मांग पूरी न होने पर उसका वेतन रोकने की धमकी दी। लेकिन, पैसा दे देने पर उसे निर्माण कार्य करने दिया गया। उधर सुरियावां विकास क्षेत्र के प्रा.वि. भटेवरा के प्रधानाध्यापक हंसराज ने जिलाधिकारी को दिए पत्रक में आरोप लगाया है कि विद्यालय के भवन निर्माण के लिए सितंबर 2011 में दो कक्ष निर्माण के लिए आए। उनसे इसके लिए रुपये की डिमांड की गई। पैसा न देने पर उनका पिछले आठ माह से वेतन रुका पड़ा है। हंसराज ने कहा कि जिलाधिकारी को एक बार इसकी शिकायत पहले भी कर चुके हैं। कहा जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उसने अपना वेतन बहाल करने की मांग की। इस बारे में बीएसए आरएस द्विवेदी ने कहा कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नही हैं। यदि ऐसी कोई बात है तो उसकी शिकायत उनके कार्यालय में भी की जा सकती है। वे निश्चित ही कार्रवाई करेंगे।
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