भदोही। हजरत जानू शहीद बाबा का सालाना उर्स मंगलवार को पूरी अकीदत और एहतेराम के साथ बीत गया। उर्स की शुरूआत सुबह कुरआन ख्वानी से होने के बाद बाद रात में महफिले शमा के साथ इसका समापन हुआ। इस दौरान मजार पर दिन भर जायरीनों का तांता लगा रहा जिसमें पुरुषों के साथ साथ महिलाओं की संख्या भी सैकड़ों में रही। मजारे पाक के गुस्ल एवं चादर पोशी के बाद देर रात तक फातिया पढ़ने का दौर चलता रहा।
गाजी मियां के मेले तीसरे दिन हर साल पीरखांपुर स्थित हजरत जानू शहीद बाबा रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स होता है। हर साल अकीदतमंदों की गिनती में इजाफा देखने को मिल रहा है। सुबह सैकड़ों लोगों ने कुरआन ख्वानी में हिस्सा लिया। जिसके बाद से शाम तक फातिहा पढ़ने वालों का तांता लगा रहा। इनमें मुसलमानों के साथ साथ भारी संख्या में हिंदुओं ने भी मजार पर चादर चढ़ाई।
शाम को बाद नमाज मगरिब मजार से गागर उठा जो स्टेशन रोड से पीरखांपुर होते हुए मजार पर पहुंचा। इसके बाद मजारे पाक को गुस्ल और चादर पोशी कराने के बाद रात में महफिले शमा का कार्यक्रम शुरू हुआ जो भोर तक चला। इस दौरान बड़ी संख्या में जायरीन बाबा की मजार पर चादर चढ़ाने, मन्नते उतारने के अलावा फातेहा पढ़ते रहे। कमेटी द्वारा जायरीनों की सुविधा के लिए खान-पान सहित पेयजल का समुचित इंतजाम किया गया था।
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