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उझानी (बदायूं)। होली से एक दिन पहले जुआ के फड़ पर मारपीट के दौरान हलवाई की मौत गंभीर चोटें लगने से हुई थी। उसका गला भी दबाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ तो पुलिस ने मृतक के पड़ोसी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली।
मालूम हो कि नगर के मोहल्ला नझियाई निवासी हलवाई हुकुम सिंह (45) का शव 16 मार्च को गुठाइन इलाके में जुए के फड़ पर पड़ा मिला था। मृतक की पत्नी मुन्नी देवी ने मोहल्ले के ही नीरज के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए उसी दिन कोतवाली में तहरीर भी दी थी लेकिन पुलिस ने तब यह कह कर रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया था कि पोस्टमार्टम आने के बाद ही कार्रवाई होगी। हालांकि अगले दिन ही हुकुम सिंह की मौत की वजह गला दबाने और मारपीट के दौरान गंभीर चोटें लगने से होने की बात पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो गई थी।
सूत्रों की मानें तो आरोपी पर कार्रवाई को लेकर पांच दिन तक पसोपेश का माहौल भी बना रहा था। मृतक की पत्नी मुन्नी देवी छठे दिन फिर कोतवाली पहुंची तो पुलिस ने नीरज के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली।
उधर, कोतवाली क्षेत्र के गांव अथइया में होली के अगले दिन तालाब के पास मिली किसान धर्मपाल उर्फ धर्मी की लाश के मामले में पुलिस ने अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। मृतक के पुत्र रतिराम का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके पिता की मौत की वजह गर्दन दबाए जाने से होने की बात साफ हो चुकी है। इसके विपरीत पुलिस पीएम रिपोर्ट नहीं मिलने की बात कह रही है।
कत्ल की वजह जानने में जुटी पुलिस
कोतवाली क्षेत्र के गांव अहीरवारा से गायब किसान रमेशपाल की लाश 20 मार्च को मिल जाने के बावजूद हत्या के कारणों पर से अभी तक पर्दा नहीं उठ पाया है। मृतक के भाई वीरभान ने बताया कि रमेश की गांव समेत आसपास इलाके में किसी से रंजिश भी नहीं है जो हत्या का कारण बनती। रमेश 15 मार्च शाम से गायब था। ऐसे में तमाम तरह के सवाल भी उठने लगे हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि रमेश किसी बदमाश गिरोह के हत्थे चढ़ गया हो। कोतवाल रामलखन यादव ने बताया कि रमेश के कातिलों तक पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। अज्ञात कातिलों के खिलाफ दर्ज मामले में तहकीकात शुरू कर दी गई है।