पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
बदायूं। गन्ना किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए शासन रेट घोषित करता है और खरीद की व्यवस्था कराता है। इसके बावजूद जिले में अवैध मंडियों पर गन्ना खरीदा जा रहा है। ऐसे गन्ना माफिया के खिलाफ अधिकारी कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। कोर्ट के आदेश के बाद विभाग अब इन पर कड़ी कार्रवाई करने का दावा कर रहा है।
शासन ने साफ कहा है कि किसी भी गन्ना किसान का शोषण न होने दिया जाए। यदि कहीं पर घटतौली होती है या फिर गन्ना माफिया खरीददारी करते हैं तो प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। इन आदेशों के बावजूद जिले से गन्ना बाहर जा रहा है। कई जगह गन्ना माफिया हावी हैं और अवैध तरीके से चल रहीं मंडियों पर गन्ना खरीदा जा रहा है। हालांकि शिकायतों पर शुरू में कुछ माफियाओं पर कार्रवाई हुई लेकिन बाद में सब शांत बैठ गए। हालात यह हैं कि जिले में स्थित चीनी मिलों पर गन्ना नहीं पहुंच रहा।
इसी क्रम में बिसौली क्षेत्र में स्थित यदु शुगर मिल ने सिविल जज के यहां वाद दायर किया। आदेश दिया गया है कि अवैध मंडियों पर गन्ना खरीदने पर रोक लगे। इस बारे में पूछे जाने पर जिला गन्ना अधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि कोर्ट का आदेश शाम को मिल गया है। विश्लेषण किया जा रहा है। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए गन्ना माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सहकारी गन्ना समिति सचिव रामकिशन ने कहा है कि उन्हें भी आदेश मिल गया है। अवैध मंडियों पर गन्ना की खरीद को रोका जाएगा। कोर्ट के आदेश पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गन्ना माफियाओं को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें पकड़ने के लिए टीमें लग गईं हैं। उनके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी और गन्ना भी जब्त कर लिया जाएगा। गन्ना किसानों का उत्पीड़न नहीं होने देंगे। जिले से बाहर गन्ना नहीं जाने दिया जाएगा।