बदायूं। मंगलवार को पूरे दिन शीतलहर चलती रही। सूर्यदेव ने तो दर्शन ही नहीं दिए। ठंड के इस प्रकोप से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। तहसील और निकाय प्रशासन ने गरीबों को ठंड से बचाने के लिए अलाव की तो व्यवस्था करा दी है, लेकिन अलाव जलाने को पर्याप्त लकड़ी नहीं दी जा रही। लिहाजा, लोगों को अलाव से राहत नहीं मिल पा रही। अलबत्ता शीतलहर के मद्देनजर जिले भर में कक्षा आठ तक के स्कूल 27 दिसंबर तक बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
मौसम ने पूरी तरह से अपने तेवर बदल दिए हैं। लिहाजा, उसका असर सभी लोगों पर देखने को मिल रहा है। मंगलवार को शीतलहर चलने और सूर्यदेव के दर्शन नहीं देने के कारण सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त रहा। बाजार में भी आम दिनों की अपेक्षा लोगों की भीड़ कम नजर आई। दुकानदार भी हाथ-पर-हाथ धरे बैठे रहे। जरूरतमंद लोग ही घरों से बाहर निकल कर आए।
तहसीलदार ने बताया कड़ाके की सर्दी से गरीबों को बचाने के लिए तहसील प्रशासन ने 20 स्थानों पर अलाव लगवाए हैं। नगर पालिका परिषद प्रशासन ने भी शहर के कई प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर अलाव लगवाए हैं, मगर अलावों पर लकड़ी काफी कम पहुंच रही है। लोगों की माने तो तहसील और पालिका प्रशासन के अलाव की लकड़ी एक-दो घंटे के अंदर ही खत्म हो जाती है। इस हाल में लोगों को अलाव से ज्यादा राहत नहीं मिल पा रही।
इधर, शीतलहर और कड़ाके की सर्दी के मद्देनजर डीएम के आदेश पर कक्षा आठ तक के स्कूल दो दिन और बंद कर दिए गए हैं। बीएसए कृपाशंकर वर्मा ने बताया कि शीतलहर और कोहरे के कारण 26 और 27 दिसंबर तक जिले भर में कक्षा एक से आठ तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। बीएसए ने बताया, यदि कोई स्कूल खुला पाया गया तो संबंधित विद्यालय संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उसहैत संवाददाता के अनुसार नगर पंचायत प्रशासन ने कस्बे में प्रमुख स्थानों पर अलाव लगवा दिए हैं। चेयरमैन गौरव गुप्ता ने कहा है कि अलाव को लकड़ी की कमी नहीं होने दी जाएगी। अलाव निरंतर लगते रहेंगे।
नगर में जलवाए अलाव
उघैती। लोगों को ठंड से राहत दिलाने के लिए तहसील प्रशासन ने नगर के मुख्य मार्ग, रामलीला मैदान आदि स्थानों पर अलाव लगवाए।