बदायूं। स्वास्थ्य महकमे के कंप्यूटर सिस्टम का पासवर्ड लीक होने से अधिकारी-कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई। दोबारा पासवर्ड एनआईसी दिल्ली से मंगवाया गया तो उसका लिफाफा भी खुला हुआ मिला। इसकी जांच सीएमओ डॉ. सुखबीर सिंह ने शुरु करा दी है। अब तीसरी बार एनआईसी दिल्ली से पासवर्ड मंगवाया गया है। पासवर्ड लीक होने के इस मामले में कार्यालय के कई कर्मचारी संदेह के घेरे में आ गए हैं। अधिकारियों ने गोपनीय पत्र और अभिलेख भी चेक किए। सूत्र बताते हैं कि उनमें से कुछ गायब मिले हैं। कर्मचारियों के कैडर बदले जाने के मामले को भी इससे जुड़ा बताया जा रहा है।
हर विभाग का एक कंप्यूटर सिस्टम होता है, जिससे महकमे के सभी कंप्यूटर जुड़े होते हैं। मुख्य कंप्यूटर महकमे के गोपनीय पत्र आते हैं, जो कि पासवर्ड के माध्यम से खुलता है। लेकिन यह लीक हो गया। इसके बाद अधिकारियों ने कंप्यूटर पर तमाम पत्र और अभिलेख चेक कराए। बताया जाता है कि महत्वपूर्ण पत्र लीक हो गए हैं। इसी दौरान कर्मचारियों के कैडर बदले जाने का मामला प्रकाश में आ गया।
इस प्रकरण में प्रयोगशाला सहायकों को प्रयोगशाला टेक्नीशियन बना दिया गया था। यह सूचना डीजी हेल्थ ने मांगी थी। पासवर्ड लीक होने के मामले की सीएमओ ने जांच शुरु कर दी है। उन्होंने बताया कि महकमे के कंप्यूटर सिस्टम का पासवर्ड लीक हुआ है। इसके कारण कहीं न कहीं से गड़बड़ी हुई है। एनआईसी दिल्ली से दोबारा मंगवाए गए पासवर्ड के लिफाफे के खुले होने से मामला और संदिग्ध हो गया है। इसमें महकमे के भी कर्मचारी शामिल हो सकते हैं, इसका जांच में खुलासा होगा। अब तीसरी बार पासवर्ड मंगवाया गया है। कर्मचारियों के कैडर बदले जाने वाले प्रकरण को भी इससे जुड़ा माना जा रहा है। किसी भी व्यक्ति को पासवर्ड हाथ लगा तो उसने मुख्यालय को कर्मचारियों के पदनाम कटी हुई सूची भेजी है।