बदायूं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के स्मार्टकार्ड बनाने का कांट्रेक्ट जिस संस्था को मिला था वह खत्म हो गया। यह काम जून माह में शुरू होना था, लेकिन अब एक माह देरी से शुरु होगा। जुलाई माह में कार्ड बनाए जाएंगे। अगस्त माह में गरीबों को लाभ मिलना शुरु होगा। इस तरह दो माह मुफ्त इलाज को और रुकना होगा।
विदित हो कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का शुभारंभ वर्ष 2009 में हुआ था। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज देना था। तीस हजार रुपये तक का इलाज योजनांतर्गत मिलना है। पिछले साल इस स्मार्टकार्ड बनाने का जिम्मा एमडी इंडिया कंपनी को मिला था। लगभग 59 हजार लोगों का योजना के तहत चयन किया गया। इनके स्मार्टकार्ड जारी किए गए थे। हालांकि 1200 लोगों को ही इसका लाभ मिल सका था। प्राइवेट नर्सिंग होम का भी चयन किया गया था। ताकि गंभीर बीमारी का इलाज वहां संभव हो सके, लेकिन नर्सिंग होम संचालकों को खर्च रकम समय से नहीं मिल पाई थी। इसके कारण बीच में इलाज बंद कर दिया था।
पिछले माह अप्रैल में स्मार्टकार्ड की मियाद पूरी हो गई थी। मुफ्त इलाज बंद हो गया। यह कार्ड बनाने के लिए शासन स्तर से ठेका आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कंपनी को मिला था। जून माह में कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरु होनी थी, लेकिन कंपनी का टेंडर निरस्त कर दिया गया। सीएमओ डॉ. सुखबीर सिंह का कहना है कि कांट्रैक्ट संबंधित कंपनी का खत्म हो गया है। अब जुलाई से नई कंपनी स्मार्टकार्ड बनाएगी। पहले यह कार्य जून में होना था।
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