बदायूं। स्वास्थ्य विभाग के छापामार अभियान की हवा निकल गई है। यह अभियान एक दिन ही चलकर रह गया। कई नर्सिंग होम संचालकों ने अल्ट्रसाउंड केंद्र खोलकर काम शुरू कर दिया है। महकमे के अफसरों का कहना है कि नोडल अधिकारी का स्थानांतरण हो जाने के कारण अभियान प्रभावित हो गया है।
विदित हो कि पिछले महीनों में कन्याओं के कई भ्रूण विभिन्न स्थानों पर पड़े मिले थे। इसके अलावा एक नर्सिंग होम पर कन्या भ्रूण हत्या के मामले में परिवाद भी दायर हो गया है। इस मामले को अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित किया तो महकमे के अफसर सकते में आ गए। उन्होंने छापामार अभियान चलाने का निर्णय लिया। पहले दिन टीम ने तीन नर्सिंग होम का निरीक्षण किया। उसके बाद यह अभियान ठंडा हो गया।
बताया जाता है कि महकमे के अफसरों ने केवल कागजी कोरम पूरा करने के लिए यह अभियान चलाया था। इसमें बड़ा खेल होता है। जिस नर्सिंग होम पर कमियां पकड़ी जाती हैं उन्हें बाद में रफादफा कर दिया जाता है। सीएमओ डॉ. सुखबीर सिंह का कहना है कि नोडल अधिकारी का स्थानांतरण होने के कारण अभियान नहीं चल पा रहा है। एक-दो दिन में फिर शुरू होगा।
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