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234 पुलिसकर्मियों का होगा तबादला, 139 मिलेंगे

Badaun Updated Thu, 24 May 2012 12:00 PM IST
बदायूं। पुलिस की नई तबादला नीति के अनुसार जिले के दरोगाओं और सिपाहियों के तबादले की पहली सूची जारी हो चुकी है। पहली सूची के अनुसार जिले से 234 दरोगा और सिपाही अपने गृहजनपद की सीमाओं से सटे जिलों को जाएंगे, इनके स्थान पर फिलहाल बदायूं की सीमा से सटे जिलों में रहने वाले 139 दरोगा और सिपाहियों की तैनाती होगी। पुलिस मुख्यालय से पहली सूची जारी होने के बाद एसपी रतन श्रीवास्तव ने बदायूं में तैनात पुलिसकर्मियों को कार्यमुक्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुरानी बसपा सरकार ने यह नियम लागू किया था कि दरोगा और सिपाही अपने गृहजनपद से सटे जिलों में तैनाती नहीं ले सकेंगे। इसके तहत पिछले साल जिले में तैनात लगभग साढ़ छह सौ पुलिसकर्मियों को तबादले की मार झेलनी पड़ थी। इनके स्थान पर जिले को काफी समय बाद निर्धारित फोर्स मिला था लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ ही सपा सरकार ने तबादले की नई नीति लागू कर दी, इसके तहत अब सिपाही और दरोगा अपने गृहजनपद से सटे जिलों में तैनाती ले सकेंगे।

कई चौकियों में लटके थे ताले
बदायूं जिला नौ जिलों भीमनगर, मुरादाबाद, काशीरामनगर, रामपुर, शाहजहांपुर, बरेली और फर्रुखाबाद आदि की सीमा का केंद्र है। ऐसे में बसपा सरकार की इस नीति से यह जिला काफी प्रभावित हुआ था। भारी मात्रा में पुलिस जाने के बाद जिले की कई पुलिस चौकियों में ताले लटकने की नौबत आ गई थी।
बना हुआ था मानसिक दबाव
इस तबादला नीति से पुलिसकर्मी अपने परिवार से दूर होकर काम कर रहे थे, ऐसे में उन पर परिवार से दूर रहने का मानसिक दबाव भी बना हुआ था। जहां पुलिसकर्मी एक दिन की छुट्टी लेकर अपने परिवार से मिल लेते थे, इस नीति से उन्हें घर जाने के लिए कम से कम तीन दिन की छुट्टी लेना पड़ती थी। हालांकि नई तबादला नीति से पुलिसकर्मियों का यह मानसिक दबाव खत्म हो गया है।
पहले तबादले की फिर रुकवाने की अर्जी
जिले में कुछ सिपाही ऐसे भी हैं, जिन्होंने नई तबादला नीति के बाद अपने गृहजनपद की सीमा से सटे जिलों में तैनाती की अर्जी दी थी, लेकिन वर्तमान में इन सिहापियों ने पुन: अपना तबादला रुकवाने की अर्जी दी है। जिले में ऐसे सिपाहियों की संख्या लगभग 15 है।

पहली सूची आ चुकी है। इसके तहत जिले को फिलहाल कम पुलिसकर्मी मिलेंगे लेकिन अगली सूची में पुलिस की कमी की भरपाई हो जाएगी। दरोगाओं और सिपाहियों को कार्यमुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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पियूष श्रीवास्तव, एएसपी सिटी
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